अस्थमा के मरीज मास्क पहनने में बरतें सावधानी, ये है वजह

अस्थमा के मरीज मास्क पहनने में बरतें सावधानी, ये है वजह

सेहतराग टीम

कोरोना से बचाव के लिए आप मास्क पहन रहे हैं और फेफड़े संबंधी रोग से पीड़ित हैं, तो विशेष सावधानी बरतनी होगी। किसी को स्वास संबंधी तकलीफ है या अस्थमा है, उन लोगों को लगातार लंबे समय तक मास्क पहनने से तकलीफ हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसे लोग जब मास्क पहनते हैं तो फेफड़ों तक हवा नहीं पहुंच पाती है। जिससे घबराहट होने के साथ सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

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अमेरिकी एलर्जी विशेषज्ञ डॉ. पूर्वी पारीख का कहना है कि जिन्हें फेफड़े संबंधी परेशानी है, त्वचा संबंधी परेशानी है, चेहरे या गले में किसी तरह की तकलीफ है या जिन्हें डीमांशिया की बीमारी है, वे लोग नियमित मास्क नहीं पहन सकते हैं। मास्क से नाक और मुंह बंद होने से सांस संबंधी बीमारियों से ग्रसित लोगों को अपना विशेष ध्यान रखना होगा। संभव है कि लंबे समय तक मास्क पहनने से उन्हें बेचैनी होने लगे। चेहरे पर मास्क बहुत टाइट होने से परेशानी बढ़ सकती है।

गर्मी में बाहर नुक्लने वाले लोग भी ध्यान रखें-

बीमार लोगों के साथ जो समान्य और लोगो अधिक तापमान और गर्मी के बीच बाहर निकल रहे हैं, उन्हें भी ध्यान देना होगा। गर्मी के बीच मुंह और नाक से शरीर में लगातार गरम हवा जाने से परेशनी बढ़ सकती है। अस्थमा के मरीज अगर देर तक गरम सांस लें, तो उसे अस्थमा अटैक भी आ सकता है। मास्क पहनने से कुछ होती है कि व्यक्ति जी कार्बनडाइऑक्साइड छोड़ रहा है, वही दोबारा शरीर में जाने लगती है जो खतरनाक हो सकती है।

मास्क पहने, नहीं तो चेहरे को ढ़क लें-

ब्रिटेन में लॉकडाउन  में ढील देने के साथ डॉक्टरों की सलाह पर वहां के स्वास्थ्यकर्मी डॉ. जो चर्चिल ने लोगों से अपील की है कि लोग मास्क पहनें, जिन्हें तकलीफ है वो चेहरा अच्छे से ढ़क लें ताकि संक्रमण का खतरा कम रहे। जहां पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा है, वहां पर चेहरा जितना ढ़का रहेगा उतना बेहतर होगा। बुजुर्ग लोगों और बच्चों से अपील की गयी है कि वो इस महामारी के बीच खुद को बचाने के लिए घर से बाहर न निकलें, यही बचाव का सबसे बड़ा हथियार है।

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पूरी तरह स्वस्थ लोग मास्क जरूर पहनें-

सांस संबंधी रोग से ग्रसित लोगों को मास्क पहनने में तकलीफ हो सकती है लेकिन स्वस्थ लोगों को मास्क जरूर पहनना होगा। इससे उनके साथ दुसरे लोगों का भी बचाव होगा। अगर किसी को को कोरोना संबंधी लक्षण है और उसे अपने ऊपर संदेह है तो वो मास्क जरूर पहने। घर पर खुद को आइसोलेट करे और दूसरों को अपने से दूर रखे। हर किसी की संयुक्त जिम्मेदारी से ही वायरस को मात दिया जा सकता है।

 

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